Tag: हिन्दी कविता

हिन्दी कविता

यार मैं गलती करता हूँ

निर्दोषकुमार “विन” द्वारा रचित कविता “यार मैं गलती करता हूँ “,मासूम दिखा सहयोग किया। उसी ने दिल पर बार किया।।फिर भी,क्यों ना चेहरे पढ़ता हूँ।

हिन्दू कविता

हिन्दु

“अचल ठाकुर” द्वारा रचित कविता “हिन्दू”, वे सोमनाथ प्रहारों को जिन्हे, आज भी भारत भूला ना । उन दिल्ली नरसंहारों पर, जब खून तुम्हारा खौला ना ।

हिन्दी कविता आयुर्वेद

आयुर्वेद का दीप जलाएँ

निर्दोषकुमार “विन” द्वारा रचित कविता “आयुर्वेद का दीप जलाएँ”,आभूषण है वृक्ष धरा के, आओ धरती का श्रंगार करें। हर घर में एक पौधा रोपें, और प्रकृति से प्यार करें।।

हिन्दी कविता

क्या लिखूँ ? कुछ याद नहीं

निर्दोषकुमार “विन” द्वारा रचित कविता “कुछ याद नहीं”, जीवन परीक्षा शुरू हो गयी, मै लिखने में अभी दक्ष नहीं। काँपी राइट जो कर सकूँ, ऐसा मिला है मुझको कक्ष नहीं

हिन्दी कविता अहंकार

अहंकार

निर्दोषकुमार “विन” द्वारा रचित कविता “अहंकार”, सहज सरल मधुर वाणी का,रखता है जो चाव।कभी ना उपजे उसके हृदय,अहंकार का भाव।।

हिन्दी कविता

हर बेटी की पुकार

जतीन चारण द्वारा रचित कविता “हर बेटी की पुकार”, इस हद तक चला जाएगा इंसान। भगवान ने भी नहीं सोचा था। इतना बुरी तरह से गिर जाएगा इंसान,

हिन्दी कविता माँ

माँ

जतीन चारण द्वारा रचित कविता “माँ”, मैंने वक्त को गुजरते देखा है, बहुतों को बदलते देखा है। बहुतों की जिंदगी में, मां की कमी को खलते देखा है।

हिन्दी कविता

दुनिया का अंत नजदीक

जतीन चारण द्वारा रचित कविता “दुनिया का अंत नजदीक”, यह मौत का काला बादल आ रहा है।हर जगह बस अंधेरा ही छा रहा है।लगता है दुनिया का अंत नजदीक आ रहा है।।