Category: नारी पर आधारित कविताएं

नारी पर आधारित कविताएं

हिन्दी कविता

हौसला बेमिसाल रखती हूँ

“मीनाक्षी कौर” द्वारा रचित कविता “हौसला बेमिसाल रखती हूँ “, बचा कुछ नहीं ,सब टूटा-टूटा बिखरा है फिर भी न जाने क्यों,उसे दिल से लगाए रखती हूँ।

मैं तुम्हारी पत्नी हूँ

“मीनाक्षी कौर” द्वारा रचित कविता “मैं तुम्हारी पत्नी हूँ”, मेरी ही तरह ,मेरी आवाज के नीचे, तुम्हारी अवाज दब जाएगी पर क्या फायदा।।