Category: बहादुरी की दास्तां

बीना दास, क्रांति का चेहरा

बीना दास, क्रांति का चेहरा

बीना दास | आज़ादी के आंदोलन में सर्वस्व बलिदान कर देने वाली रानी लक्ष्मीबाई आखरी महिला नहीं थी। आजादी की जंग में बीना दास जैसी कितनी वीरांगनाओं की आहुति शामिल है।

unsung hero

बटुकेश्वर दत्त, महान क्रान्तिकारी

बटुकेश्वर दत्त, महान क्रान्तिकारी |  एक क्रांतिकारी की दर्दनाक कहानी, जिन्हें आजाद भारत में न नौकरी मिली न ईलाज! लेख Thriving Boost द्वारा।

रेज़ांगला की वीरगाथा

मेजर शैतान सिंह, रेज़ांगला की वीरगाथा

मेजर शैतान सिंह, रेज़ांगला की वीरगाथा | 120 भारतीय सैनिकों ने दो हजार चीनी सैनिकों को धूल चटा दी इस तरह मेजर शैतान सिंह ने बहादुरी से सैनिकों का नेतृत्व किया।

वीरता की गाथा

“गौरा-बादल” की वीरता और पराक्रम की गाथा

“गौरा और बादल” ये दोनों इतने पराक्रमी थे कि दुश्मन उनके नाम से ही कांपते थे। एक बार में ही शाही सेना पति चीर दिया था। जफ़र मोहम्मद को केवल धड़ ने निर्जीव किया था।।

भारत की पहली महिला जासूस

नीरा आर्य

नीरा आर्य भारत की पहली महिला जासूस, आजाद हिन्द फौज की सिपाही, इसके साथ ही साहस और बुद्धिमानी उनमें कूट-कूट के भरी थी। नेता जी को बचाने के लिए, पति की हत्या।

दुर्गा देवी वोहरा

दुर्गा भाभी

एक ऐसी महिला जिसने भारत को आजाद करने के लिए खतरों का जीवन चुना। वो महिला थी, दुर्गा देवी वोहरा।  जिन्हें लोकप्रिय रूप से ‘दुर्गा भाभी’ कहा जाता था।

भारत का गौरवशाली इतिहास

क्षत्रियराज पृथ्वीराज चौहान

हिन्दू क्षत्रिय राजा पृथ्वीराज चौहान बारहवीं सदी के इतिहास के वीर नायक थे। शब्दभेदी बाण संचालन के विशेषज्ञ अजमेर के इस वीर राजा को विदेशी आक्रांता मुहम्मद गौरी छल से ही पार पा सका, बल से नहीं। पृथ्वीराज चौहान द्वारा दी गई दया की भीख हिन्दुस्तान के इतिहास पर हमेशा-हमेशा के लिए भारी पड़ गई।

विस्मृत नायक

विस्मृत नायक खुदीराम बॉस

स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे युवा नेताओं में से एक, खुदीराम बोस का उनकी निडर भावना के लिए बंगाल में बहुत सम्मान किया जाता है।  एक सदी बीत चुकी है, लेकिन आज भी यह नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते है।

नूरानांग की लड़ाई

राइफलमैन, वीरता की गाथा

यह कहानी भारतीय सेना के उस जवान की है, जिन्होंने अकेले ही चीनी सैनिकों के खिलाफ लड़ाई लड़ी। वह एक अज्ञात नायक है जिन्होंने चीनी सेना के खिलाफ दो रातों तक अकेले लड़ाई करते रहे। आज जिन्हे कुछ लोग जानते हैं और कुछ नहीं। ये कहानी है निस्वार्थ देशसेवा की और वीरता की।