
विस्मृत नायक खुदीराम बॉस
स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे युवा नेताओं में से एक, खुदीराम बोस का उनकी निडर भावना के लिए बंगाल में बहुत सम्मान किया जाता है। एक सदी बीत चुकी है, लेकिन आज भी यह नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते है।
An Online Journal
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स्वतंत्रता आंदोलन के सबसे युवा नेताओं में से एक, खुदीराम बोस का उनकी निडर भावना के लिए बंगाल में बहुत सम्मान किया जाता है। एक सदी बीत चुकी है, लेकिन आज भी यह नाम सुनते ही लोगों के रोंगटे खड़े हो जाते है।
“प्रिया गुप्ता” द्वारा रचित कविता “फूल की सीख”,रह कर कांटों के मध्य भी,ये नहीं कभी शोक मनाते हैं।महकते इसलिए सभी को भाते हैं।
“प्रिया गुप्ता” द्वारा रचित कविता “प्रतीक्षा”,इक अनकहा सा इंतजार होता है, हालातों में जहाँ। सब कुछ मुश्किल, अनिश्चित और दुश्वार होता है।।
“प्रिया गुप्ता” द्वारा रचित कविता “नारी तुम शक्ति हो”,तुम ग्रंथ हो तुम ही कथा हो, नारी तुम ही अपनी व्यथा हो।।
“प्रिया गुप्ता” द्वारा रचित कविता “आईना”,आईना तो बस नज़र का धोखा हैं। नज़र वही आता हैं जो दिल में होता हैं।।
लगभग 42 करोड़ महिलाओं के अभी पीरियड्स चल रहें होगें और अगर ये सब की सब बिस्तर पकड़ के बैठ गई तो फिर चल ली दुनिया। तो ये ख्याल अपने दिल से निकल दो की औरतों के लिए आसान होता है।
निर्दोषकुमार “विन” द्वारा रचित कविता “यार मैं गलती करता हूँ “,मासूम दिखा सहयोग किया। उसी ने दिल पर बार किया।।फिर भी,क्यों ना चेहरे पढ़ता हूँ।
निर्दोषकुमार “विन” द्वारा रचित कविता “प्रेम”,जी भर ना दीदार हुआ हैबेशक उसका मुद्दत से।लेकिन उसको चाहा है,मैने बड़ी ही शिद्दत से।।
“अचल ठाकुर” द्वारा रचित कविता “हिन्दू”, वे सोमनाथ प्रहारों को जिन्हे, आज भी भारत भूला ना । उन दिल्ली नरसंहारों पर, जब खून तुम्हारा खौला ना ।
निर्दोषकुमार “विन” द्वारा रचित कविता “आयुर्वेद का दीप जलाएँ”,आभूषण है वृक्ष धरा के, आओ धरती का श्रंगार करें। हर घर में एक पौधा रोपें, और प्रकृति से प्यार करें।।