Tag हिन्दी की बेहतरीन कविताएं

माँ आधारित कविता

मातृ छवि!

"अजय विषकर्मा" द्वारा रचित 'कविता' "मातृ छवि" भविष्यरुपी रेलवे के लिए टी.सी बहुत मिले हैं । संयमी कुशाग्रबुद्धि चालक आप जैसी कोई नहीं  ।।
सुनील की कविता

वीर सपूतों को शत्-शत् प्रणाम

"सुनील कुमार" द्वारा रचित कविता 'खंडित कभी न हो हिंद की अखंडता। दिल में था बस एक ही अरमान। मां भारती के वीर सपूतों को शत-शत प्रणाम'।।
सुनील कुमार की कविता

देवतुल्य पिता हमारे

"सुनील कुमार" द्वारा रचित कविता "देवतुल्य पिता हमारे", सपनों के खातिर हमारेसुख-चैन अपना हैं वारे देवतुल्य पिता हमारे।।
शिवाजी की कविताएं

सच्चाई

अभिषेक श्रीवास्तव "शिवाजी" द्वारा रचित कविता "सच्चाई", सत्य के मार्ग में, बाधाएं हजार आती है।रुकावट एक बार नहीं, बार-बार आती है।।
शिवाजी की कविताएं

रौशनी

अभिषेक श्रीवास्तव "शिवाजी" द्वारा रचित कविता "रौशनी", ढूंढना चाहा मैंने भी अपनों के बीच अपने आप को,उम्मीद की रोशनी आई, तो देखा कि यहां अंधेरा है।
हिन्दी कविता और शायरी

मोहब्बत

अभिषेक श्रीवास्तव "शिवाजी" द्वारा रचित कविता "मोहब्बत", बिखर कर खुद में, खुद को ही ढूंढ रहे हैं।ख्वाबों में उस मंजर को हम भी ढूंढ रहे हैं।।
कविता और शायरी

नई उम्मीद

अभिषेक श्रीवास्तव "शिवाजी" द्वारा रचित कविता "नई उम्मीद", सुबह उठ फिर हम नई सूचियां बनाते हैं। शाम होते-होते सूची धूमिल हो जाती है।।