Tag देशभक्ति कविताएं

सुनील की कविता

वीर सपूतों को शत्-शत् प्रणाम

"सुनील कुमार" द्वारा रचित कविता 'खंडित कभी न हो हिंद की अखंडता। दिल में था बस एक ही अरमान। मां भारती के वीर सपूतों को शत-शत प्रणाम'।।

संस्कृति – देश की पहचान

रौशन कुमार 'प्रिय' द्वारा रचित कविता "संस्कृति - देश की पहचान", तुम लड़ते हो भाई- भाई में उसने दुश्मन को सम्मान दिया।
हिन्दू कविता

हिन्दु

"अचल ठाकुर" द्वारा रचित कविता "हिन्दू", वे सोमनाथ प्रहारों को जिन्हे, आज भी भारत भूला ना । उन दिल्ली नरसंहारों पर, जब खून तुम्हारा खौला ना ।