हिन्दु
“अचल ठाकुर” द्वारा रचित कविता “हिन्दू”, वे सोमनाथ प्रहारों को जिन्हे, आज भी भारत भूला ना । उन दिल्ली नरसंहारों पर, जब खून तुम्हारा खौला ना ।
“अचल ठाकुर” द्वारा रचित कविता “हिन्दू”, वे सोमनाथ प्रहारों को जिन्हे, आज भी भारत भूला ना । उन दिल्ली नरसंहारों पर, जब खून तुम्हारा खौला ना ।