श्रीमती अंजली कुलथे, 26/11 मुंबई अटैक की नायिका
श्रीमती अंजली कुलथे, 26/11 मुंबई अटैक की नायिका | ना जाने यह अंजली का दुर्भाग्य था या सौभाग्य, पर 26/11 की रात नर्स अंजली हॉस्पिटल में नाईट ड्यूटी पर थी। Thriving Boost
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महान व्यक्तित्व
महान व्यक्तित्व वाला व्यक्ति दूसरों के प्रति नहीं, बल्कि स्वयं के प्रति भी ईमानदार और वफादार होता है। एक महान व्यक्तित्व को अन्य लोगों से सम्मान अर्जित करने की क्षमता से परिभाषित किया जा सकता है। एक महान व्यक्तित्व के विकास की दिशा में पहला कदम, आत्मविश्वास महसूस करना है।
श्रीमती अंजली कुलथे, 26/11 मुंबई अटैक की नायिका | ना जाने यह अंजली का दुर्भाग्य था या सौभाग्य, पर 26/11 की रात नर्स अंजली हॉस्पिटल में नाईट ड्यूटी पर थी। Thriving Boost
बटुकेश्वर दत्त, महान क्रान्तिकारी | एक क्रांतिकारी की दर्दनाक कहानी, जिन्हें आजाद भारत में न नौकरी मिली न ईलाज! लेख Thriving Boost द्वारा।
कैप्टन लक्ष्मी सहगल | कैप्टन लक्ष्मी सहगल का नाम भारत के क्रांतिकारी आंदोलन में बहुत ही सम्मान, गर्व और गौरव के साथ लिया जाता है।
गुरु तेग बहादुर शहीदी दिवस | आखिरकार जालिम जब उनको झुकाने में कामयाब नही हुए तो जल्लाद की तलवार चल चुकी थी, और प्रकाश अपने स्त्रोत में लीन हो चुका था।
कालापानी की सजा इतनी ज्यादा भयानक थी कि उन्हें आत्महत्या के ख्याल आते। वीर सावरकर कालापानी में कैदियों को समझाते थे कि धीरज रखो, एक दिन आएगा जब ये जगह तीर्थस्थल बन जाएगी। वो एक स्वतंत्रता सेनानी, समाज सुधारक, लेखक और राजनीतिक विचारक थे।
सिख समुदाय के लोग अपने 10वें गुरु, गुरु गोबिंद सिंह का जन्मदिन बड़े उत्साह और भक्ति के साथ मनाते हैं। पाँच ‘क’ जीवन के पाँच सिद्धांत हैं जिनका पालन एक खालसा को करना चाहिए। “वाहेगुरु जी का खालसा, वाहेगुरु जी की फतह”
गुलाब कौर! स्वतंत्रता आंदोलन की एक भूली-बिसरी शख्सियत, एक ऐसी महिला जिसने देश की आजादी के लिए लड़ने के लिए अपने पति को छोड़ दिया। वह थी “गुलाब कौर”।
श्री रमेश चौहान के पास भविष्यवादी दृष्टिकोण, अदम्य इच्छाशक्ति, उग्र प्रवृत्ति और एक ज्वलंत जुनून था। चौहान ने कहा कि वह कारोबार में मामूली हिस्सेदारी भी नहीं रखेंगे। वह इस पैसे का इस्तेमाल वॉटर हार्वेस्टिंग, प्लास्टिक रिसाइक्लिंग और चैरिटी में करेंगे।
एक ऐसी महिला जिसने भारत को आजाद करने के लिए खतरों का जीवन चुना। वो महिला थी, दुर्गा देवी वोहरा। जिन्हें लोकप्रिय रूप से ‘दुर्गा भाभी’ कहा जाता था।
हिन्दू क्षत्रिय राजा पृथ्वीराज चौहान बारहवीं सदी के इतिहास के वीर नायक थे। शब्दभेदी बाण संचालन के विशेषज्ञ अजमेर के इस वीर राजा को विदेशी आक्रांता मुहम्मद गौरी छल से ही पार पा सका, बल से नहीं। पृथ्वीराज चौहान द्वारा दी गई दया की भीख हिन्दुस्तान के इतिहास पर हमेशा-हमेशा के लिए भारी पड़ गई।