10 दिसंबर 2020 के दिन भारत मे नये संसद भवन की नींव देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा रखी गई। साथ में शिलान्यास पूजन भी किया। आज हम आपको बताएंगे की नये संसद भवन की जरुरत क्यों है? जो नया संसद भवन बनेगा वो कितना High Tech होगा? और कितना बड़ा होगा?
नया संसद भवन
आधुनिक जो भवन बनेगा वो pentagon आकार का होगा। दो साल मै लोकतंत्र का सबसे बड़ा मंदिर बन कर तैयार हो जाएगा। पुराने संसद भवन की अपेक्षा मे ये ज्यादा बड़ा और आधुनिक तकनीक से बना होगा। इसमे लोकसभा का कक्ष सबसे नीचे की मंजिल पे होगा और सभी सांसदों को एक एक कार्यालय कक्ष मिलेगा।
मौजूदा संसद भवन के कुछ तथ्य
ये संसद भवन 6 साल मे बन कर तैयार हुआ था जिसके निर्माण की शुरुआत 1921 मे हुई थी। उस समय उसके निर्माण मै कुल मिलाकर 83 लाख रुपये खर्च आया था। इसमे तीन समिति कक्ष है लोकसभा, राज्यसभा और सेंट्रल हाल । 47500 वर्ग किलोमिटर मे फैला है पुराना संसद भवन। ऐसा कहा जाता है कि मुरेना के चॉसठयोगनी मंदिर की आकृति को ध्यान मे रख कर ही इसका भी निर्माण किया गया था। इसमे लोकसभा मे कुल 543 सांसदों के बेठने का इंतज़ाम किया गया है।
नये संसद भवन की जरूरत क्यों आन पड़ी ?
फरवरी 2021 मे पुराने संसद भवन के 100 बर्ष पूरे हो जाएंगे। 2026 मे लोकसभा सीटों का नये सिरे पर आबंटन होगा। उसके बाद लोकसभा और राज्यसभा की सीटें बड़ेंगी और उनके बड़ने की पूरी संभाबना है। सीटें बड़ जाने के बाद मौजूदा संसद भवन मे बैठने की व्यवस्था नहीं हो पाएगी।
कैसा होगा? नया संसद भवन।
जो नया संसद भवन बनेगा वो दो साल मे 64500 वर्ग किलोमीटर मे बन कर तैयार हो जाएगा। इसके निर्माण मै 971 करोड़ रुपये की लागत आएगी। इसमे कुल मिलाकर छः समिति कक्ष होंगे। इसके लोकसभा कक्ष मे 876 लोगों के बैठने की व्यवस्था होगी।
लोकसभा का जो कक्ष होगा वो मयूर की आकृति का होगा जो भारत के राष्ट्रीय पक्षी को ध्यान मे रख कर किया गया है। जबकि राज्यसभा की जो आकृति है वो राष्ट्रीय पुष्प कमल के आकार का होगा, जो राष्ट्रीय पुष्प को ध्यान मे रख कर बनाया गया है।
पूरे भवन क निर्माण मे देश की महत्वपूर्ण विरासतों आदि की स्थापत्य कला को ध्यान मे रखा जाएगा।
संसद सदस्यों के लगभग 800 chamber रेड क्रॉस रोड पर समशक्ति भवन एवं परिवहन भवन के नजदीक बनाए जाएंगे। इनका निर्माण 2022 मे शुरू होगा और ये 2024 तक बन कर तैयार हो जाएंगे।
आधुनिकता
इस नए भवन मै हर सांसद की सीट पे टच स्क्रीन लगी होगी और हर बेंच पर एक साथ दो सदस्य बैठ सकेंगे। बिल्डिंग मे rain harvesting का सिस्टम होगा और water recycling system भी इसमे बनाया जाएगा। पूरे भवन मे UPS backup की व्यवस्था होगी, साथ ही आधुनिक audio visual की भी व्यवस्था होगी।
भवन के आकार का जिम्मा HCP design एवं private limited अहमदाबाद को दिया गया था जिसने इस पूरे आकार को तैयार किया है।
क्या होगा पुराने संसद भवन का ?
पुराने भवन को पुरातात्विक धरोहर के रूप मे रखा जाएगा। । संसद परिसर मे स्थित सभी प्रतिमाओं को भी गरिमा एवं प्रीतिष्टता के साथ पुनः प्रस्थापित किया जाने का प्रबधान किया गया है। पुराने भवन के रख रखाब का पूरा ध्यान रखा जाएगा।
हमारे हिसाब से ओर क्या बदलाब होने चाहिए ? नयी संसद मै।
नये संसद भवन मे ये भी व्यवस्था की जानी चाहिए की आपराधिक गतिविधिओं मे लिप्त लोग संसद तक न पहुंचे। क्योंकि जिसके हाथ स्वयं मेले हों वो न्याय का दरवाजा नहीं खटखटा सके, और जो लोग खुद अपराधी हों वो न्याय निर्माण और विधि निर्माण का कार्य कैसे कर सकते है।
संसद भवन की नींव तो डाल दी गई है अब जरूरत है संसद की सूचित को भी ध्यान मे रखने की और आपराधिक गतिविधिओं मे लिप्त लोगों को सांसद के रूप मे मान्यता न दी जाने की। इस पर भी एक कडा कानून जल्द ही आना चाहिए। कमेन्ट बॉक्स मे जरूर बताएं की इस मामले मे आपकी क्या राय है?