मैं रात में जब भी छत से ऊपर देखता हूँ, मेरे दिमाग में सिर्फ एक ही विचार आता है । हमारा ब्रम्हांड कितना बड़ा और कितना अद्धभुत है। ऐसी अद्धभुत चीज की रचना कैसे हुई होगी?
ग्रह और ग्लैक्सी की सरंचना कैसे हुई ?
well वैज्ञानिक कहते है, की एक ऐसी घटना हुई थी । Space ने छोटे छोटे बिंदु और वो सारे particle जो हम देखते है उनसे भरे हुए एक गर्म से सुप को बाहर थूक डाला। इस सुप में सभी पार्टिकल और ऊर्जा बहुत ही हिंसात्मक रुप से आपस में बंधे हुए थे अब तेजी से फैलने लगे और अलग अलग आग के गोले बन गए जिन्हें हम सितारे कहते है। ये आपस में टकराये और इनके टूटने से ग्रह बन गए और सितारों के cluster के साथ मिल कर इन्होंने Glaxies की रचना की। उन्ही में से एक ग्रह को हम पृथ्वी कहते है।
मानव की उत्पत्ति
पृथ्वी के जन्म के 4.5 Billion साल बाद पहली बार इस ग्रह पर पानी में जीवन को देखा गया। और उसके 3.5 Billion साल बाद हम इंसान आये । जो सिर्फ एक अच्छी सी जिंदगी जीने की कोशिश कर रहे है।
ब्रह्माण्ड फैल रहा है।
वैज्ञानिकों ने पता लगाया कि ब्रह्माण्ड का विस्तार हो रहा है । मतलब की धीरे धीरे ये एक सुनसान सन्नाटे में बदल जायेगा या कुछ। आज हम अगर उस पल की कल्पना कर सके तो हम ऊपर आसमान में देखेंगे तो हमे चारो और सिर्फ अँधेरा ही अंधेरा दिखाई देगा।
जब हम आसमान को देखते है तो हम सिर्फ उस काली चादर को ही नही देखते है वल्कि हम सीधे सीधे वृह्मंड से नजरें मिला रहे है। बस कुछ देर के लिए सोचिये तो चाँद सिर्फ एक पत्थर है। जो पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगा रहा है।
सूरज एक बहुत बड़ा गैस और प्लाज्मा का बना हुआ गोला है। जिसने अपने चारों ओर के ग्रहों का Atmosphere ही जला डाला है। सिर्फ हम क्योंकि हम Lucky थे की हमारे ग्रह का Magnetic Field हमे बचा सका।
पृथ्वी किसी भी पल मिट सकती है।
आपको पता है जहाँ बहुत कुछ हो रहा है बहुत पागलपन चल रहा है ब्रह्माण्ड में, और आपको बता दूँ ये पृथ्वी किसी भी पल धूल चटा सकती है। जहाँ कितने Comets है, Asteroid है और एक तारा भी है हमारे नजदीक जो जल्द ही black hole में बदल सकता है।
आपको पता है जहाँ बहुत कुछ हो रहा है बहुत पागलपन चल रहा है ब्रह्माण्ड में, और आपको बता दूँ ये पृथ्वी किसी भी पल धूल चटा सकती है। जहाँ कितने Comets है, Asteroid है और एक तारा भी है हमारे नजदीक जो जल्द ही black hole में बदल सकता है।
अगर ऐसा हुआ तो वो एक बहुत ही खतरनाक Radiations का जेट छोड़ेगा और मजे की बात ये है कि हमे पता भी नही चलेगा की इस कब हुआ और कुछ ही पलों में हम अंशो में बिखर जायेंगे। अगर हमारा नसीब अच्छा हुआ भी और हम इस सब से बच भी गये तो भी हम कुछ पल के लिए ही मौत को टाल पाएंगे। क्योंकि न तो पृथ्वी अमर है न सूरज और ये सारे तारे। सब एक दिन ख़त्म होने ही वाला है ।
ब्रह्माण्ड किसी की परवाह नही करता
जैसे एक व्यस्त सड़क पे एक टिडा है।क्योंकि उस सड़क पे लोग चल रहे है इसलिए वो तब तक ही जिन्दा है जब तक वो गलत समय पे गलत जगह नही है। कोई उस टिड्डे को मारने के लिए नही लगा है और न ही। उस पर किसी की नजर है। वो सडक उस टिड्डे से पहले भी थी और उसके मरने के बाद में भी रहेगी। किसी को कुछ फर्क नही पड़ता की वो टिड्डा मरता है या जीता है।
आप सोच रहे थे की कुछ नया करने की कोशिश करोगे तो लोग क्या सोचेंगे। आपको हो क्या गया है। ब्रह्माण्ड हमारी परवाह नही करता, ये कर भी नही सकता, ये बहुत विशाल है। जहाँ बहुत कुछ हो रहा है। जिंदगी और मौत के खेल में जहाँ कोई special नही है। हम सब जन्मे है तो मरेंगे।
ब्रह्माण्ड आपकी परबाह नही करता। ये न तो अच्छा है न बुरा। ये बस एक तथ्य है। मरने के डर से हम हर जगह फुक फुक कर कदम रखते है। हम सोचते है हमे जो पसंद है, वो Society के, System के बाहर का कुछ है। अगर हम फ़ेल हो गए तो, लोग क्या कहेंगें ? यार एक चोट के निशान को ही ले लो क्या वो permanent है।
समय बर्बाद मत करो।
हम Space में तारोंकी धूल से बने है। एक दिन हमे वहीं बापिस भी जाना है। आपको पता है कितने छोटे है हम , और कितना कम समय है हमारे पास। हम इस समय में क्या क्या कर सकते है। अगर आप सही मायने में जानते हो तो आप दिन में 5 घंटे मोबाइल में waste नही करते। आप वो काम भी नही करते जो आपको पसंद नही है।
आप अगर 30 साल के है तो 40 के भी हो जाओगे और 40 क हो सकते हो तो एक दिन 70 साल के भी हो जाओगे। आप उन 760 करोड़ लोगो में से एक हो जो समय के चक्र का पालन कर रहे हो।
आपका कार्य आपको परिभाषित करता है।
अगर आप ने इस से पहले कोई गलत काम किया है या कोई पछतावा है आपको, जो आपको पीछे रखे हुए है। तो ये जान लो की आप ने जो किया है वो Matter नही करता।
आप जो कर रहे हो वो Matter करता है। हम हमारे Action से Define होते है। आप एक बुरे इंसान हो सकते हो। पर अगर आप अच्छे काम करते हो तो आप एक अच्छे इंसान हो ।
आप एक बुरा इंसान और अच्छा कुछ भी हो सकते हो ।
ब्रह्माण्ड, आपको जो चाहिए वो देने की परबाह नही करता।
परन्तु आपको जो चाहिए आप वो खुद ले रहे हो ,
तो भी बृह्माण्ड परबाह नही करता ।
हम ब्रह्माण्ड में बहुत छोटे है।
अगर आपको जिंदगी में बेहतर बनना है, तो बेहतर काम कीजिये। क्योकि Action में ही जादू होता है लोग हमेशा सोचते है काश में ऐसा होता का काश वैसा होता। Well पर ये आपको कोई गिफ्ट में नही देने वाला है। तो आपको जो भी चाहिए आपको खुद ही लेना पड़ेगा । आपको कोई रोकने वाला भी नही है। कुछ बड़ा कीजिये अगर फेेेल भी हो गए तो क्या, उस से कुछ फर्क नही पड़ेगा। हम बहुत छोटे है । इतने छोटे की बृह्माण्ड में Register भी नही होते है।
वो हर एक पल जो आप गवां देते हो कभी वापिस नही आएगा। हम Road में चलते हुए उस टिड्डे की तरह है। बृह्माण्ड हम से प्यार नही करता पर हम से नफरत भी नही करता। हम बस एक कण है ब्रह्माण्ड के अनगिनत करिश्माओ के । बृह्माण्ड परबाह नही करता की हम जियें या मरें। अगर आपकी जिंदगी को आपके लिए कुछ मायने रखना है तो वो सिर्फ आपके ऊपर है।
ब्रह्माण्ड हमारे हिसाब से नही चलता।
आप ग्रहों के चक्र को नही रोक सकते। आप हमेशा के लिए नही जी सकते। आप ब्रह्माण्ड के विस्तार को नही रोक सकते। आप बस अपनी और अपने आस पास के लोगो की जिंदगी बेहतर बना सकते हो।
आपको जो चाहिए उसको मिलने का इंतज़ार बंद कीजिये। ये ब्रह्माण्ड कुछ ज्यादा ही व्यस्त है। इसके पास बनाने के लिए दुनिया है और बर्बाद करने के लिए Glaxies है। अगर आप खुद को बर्बाद होने से डर रहे है तो मत डरो। क्योंकि मौत आने ही वाली है। चाहे आपको पसंद हो या न हो।
या तो आप अपनी जिंदगी के अंत में खुशी से पहुंचोगे या फिर थके हरे हुए। पर पहुंचोगे जरूर।
हमारे पास सिर्फ अब है। और ये ही सब से बड़ा उपहार है, हमारे लिए अगर आपको कोई बड़ा काम करना है तो आप कर सकते है।।Choice आपकी है।