मेरे अल्फ़ाज़

अभिषेक श्रीवास्तव “शिवाजी” द्वारा रचित कविता “मेरे अल्फ़ाज़”, अब हमारे अल्फ़ाज़ को, तुम्हारी तरह पढ़ता कौन है।।