अरे बात को समझिये

“मीनाक्षी कौर” द्वारा रचित कविता “अरे बात को समझिये”,जिसकी बोलती रहे बंद ,जी हजूरी करे, ऐसी बिना सींघ वाली गाय होनी चाहिए।