शहीद दिवस 2021 के उपलक्ष्य पर अनुष्का रघुवंशी द्वारा रचित कविता। हमे उन शहीदों की बहादुरी से अवगत करवाती है।
मिट गये इस देश पर ना जाने कितनी माताओं के लाल,
हमारी खुशी के लिए ना जाने कितनी बहनो के अश्क बनकर बह गये उनके भाई,
हमारी निंदो का सौदा कर गये वो अपनी जान से,
आज है मौक़ा हम करेगे उन्हें याद,
आज दोहराएंगे हम वो पुराने राग,
कहते हैं खुदा का देखा नहीं है किसी ने साक्षात्कार,
अरे वो क्या कम हैं किसी परवरदिगार से,
जो जान हथेली पर ले लड गये गौरो के लिये अपने काल से,
सीने पर गोली खाई,
होठों से उनके उफ्फ भी ना आईं,
छोड़कर अपनी माँ का आंचल,
सदा के लिये सो गये गोद में भारत माँ की,
दिलाने हमें आजादी,
खौफ को मात देकर वो शहीद हो गये,
वो वीर जवान ही है जो भारत माँ के नाम अपनी जान लिख गये।

Anushka (siya) Raghuwanshi
Jai hind